बारिश की चेतावनी : भारत के कई राज्यों में मानसून आ गया है जिससे भारत के कई राज्यों में धुआंधार बारिश हो रही है मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है भारत की राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में बारिश हो रही है मानसून कहां और कब आया, दिल्ली में मानसून की स्थिति क्या है इसकी जानकारी नीचे दी गई है।
June 23, 2025 by Kharoud nighi wala
भारत मौसम विज्ञान विभाग
भारतीय मौसम विज्ञान की माने तो मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि भारत की राजधानी दिल्ली में मानसून ने दस्तक दे दी है राजधानी में मानसून 24 जून 2025 से आने की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में येलो अलर्ट जारी कर दिया है। जिसमें हल्के से मध्यम बारिश, गरज चमक और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का भी अनुमान है।
IMD के अनुसार, मानसून एक मौसमी हवा प्रणाली है जो मुख्य रूप से हिंद महासागर और अरब सागर से भारत के दक्षिणी-पश्चिमी तट की ओर चलती है। यह भारत और पड़ोसी देशों में वर्षा का कारण बनती है। तथा मानसून के उत्तरी अरब सागर के शेष हिस्सों पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश,हिमाचल प्रदेश और जम्मू के कुछ हिस्सों में अगले दो दिनों में आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं।
यह भी जानें मानसून कैसे आता है?
मानसून एक मौसमी हवा प्रणाली है जो मुख्य रूप से हिंद महासागर और अरब सागर से भारत के दक्षिणी पश्चिमी तट की ओर चलती हैं यही हवाएं भारत के पड़ोसी देशों में भी बारिश का कारण बनती हैं यह हवा चलने के कारण भारत तथा भारत के पड़ोसी देशों में भयंकर बारिश हो सकती है। यह प्रक्रिया इस तरह कार्य करती है।
गर्मी से और कम दबाव : गर्मियों के दौरान, भारतीय उपमहाद्वीप बहुत गर्म हो जाता है जिससे जमीन के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनता है।
समुद्र से हवाओं का खिंचाव : इसके विपरीत हिंद महासागर में उच्च दाब बनता है तथा दबाव में इस अंतर के कारण ही, ठंडी और नमी से भरी हवाएं हिंद महासागर और अरब सागर से भारतीय उपमहाद्वीप की और तेजी से चलती हैं।
पश्चिमी घाट से टकराव : जब यह नमी हवाएं भारत के पश्चिमी तट पर पश्चिमी घाट से टकराती हैं, तो ऊपर उठती हैं और संघनित होकर बारिश का कारण बनती है। इस प्रकार ही बारिश का मौसम बनता है अक्सर लोग यह पूछते हैं अक्सर लोग यह भी जानना चाहते हैं कि बारिश कैसे होती है कैसे बारिश के बादल बनते हैं इस प्रकार मानसून आता है और बारिश होने लगती है। समुद्र में चलने वाली लहरों तथा समुद्र में उठने वाला दाब से ही तूफान तथा बारिश होती है तूफान तब आता है जब समुद्र में दाब अधिक हो जाता है और बारिश तब पड़ती है जब समुद्र की लहरों में बहुत अधिक नमी हो जाती है।
उत्तर प्रदेश का मौसम विभाग क्या कह रहा है?
उत्तर प्रदेश के मौसम विभाग द्वारा यह एडवाइजरी जारी की गई है की मानसून के बढ़ते स्तर से उत्तर-प्रदेश में अगले कुछ दिनों में मानसूनी बारिश होगी। उत्तर प्रदेश के लोग तैयार रहे हैं सुरक्षित स्थान पर पहुंच जाए ताकि बारिश रिहायशी इलाकों में नुकसान ना कर पाए इसलिए लोग पहले ही सुरक्षित जगह पर पहुंच जाएं सुरक्षा के लिहाज से मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कहा है। उत्तर प्रदेश में 21 और 22 जून को मुरादाबाद सहित कई जिलों में बारिश हुई है जिससे उत्तर प्रदेश में लोगों को गर्मी से राहत मिली है और लोगों के चेहरे पर मुस्कान आई है और किसानों की फसलों पर बारिश का कोई नुकसान नहीं हुआ है। क्योंकि यह बारिश मीडियम हुई है किसानों की फसलों पर इस बारिश का काफी फायदा होगा। क्योंकि यह बारिश फसलों के लिहाज से ठीक हुई है और बताया यह भी जा रहा है कि 25 जून से बारिश की गतिविधियों में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है। जिसमें कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की भी संभावना है जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, पंजाब हरियाणा, चंडीगढ़ , पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश शामिल है।
मध्य प्रदेश का मौसम विभाग क्या कह रहा है?
मध्य भारत में मानसून की बात करें तो मध्य भारत में भी मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है और तेजी से बारिश होने की संभावना है मध्य भारत के क्षेत्र मध्य प्रदेश में भी 23 और 24 जून को भारी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। वहां का मौसम विभाग लोगों से कह रहा है कि लोग अपनी सुरक्षित जगह पर पहुंच जाए ताकि बारिश से उनका जान माल का नुकसान ना हो सके। पूर्वी राजस्थान व मध्यप्रदेश में 24 जून को सबसे ज्यादा बारिश पड़ने की आशंका जताई जा रही है। जैसा कि सभी लोग जानते हैं कि जून व जुलाई में मानसूनी बारिश बरसती है और जिससे लोगों को काफी नुकसान पहुंचता है बारिश अधिक हो जाती है और निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए यह काफी चुनौती पूर्ण बन जाती है।मौसम विभाग यह लगातार कह रहा है कि लोग सुरक्षित जगह पर पहुंच जाए जो निचले क्षेत्रों में लोग रह रहे हैं वे अपनी सुरक्षित जगह तलाश लें और वहां पर चले जाएं।
बारिश की चेतावनी मुंबई?
मौसम विभाग की माने तो मुंबई में मानसून 26 मई को पहुंच गया है मानसून ने तेजी से प्रगति की ओर 29 मई तक मध्य महाराष्ट्र (मुंबई सहित) पूरे उत्तर पूर्व को कवर कर लिया। जबकि 29 मई से 16 जून तक मानसून की गति धीमी हो गई जिससे उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के बड़े हिस्सों में गर्मी और लू की स्थिति बनी रही। लेकिन अब दोबारा मानसून मुंबई में दस्तक दे सकता है और भारी बारिश होने की संभावना भी जताई जा रही है इसलिए प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि लोग सुरक्षित जगहों पर पहुंच जाएं और बारिश कभी भी हो सकती है इसलिए लोगों को तैयार रहना होगा। मुंबई में भारतीय मौसम विज्ञान ने येलो अलर्ट जारी कर दिया है। और कहा कि मुंबई में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश हो सकती है। लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। मुंबई में तापमान की बात करें तो 26 डिग्री सैल्सियस और 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। बादल छाए रहेंगे और मौसम उमस भरा रहेगा। भारी बारिश भी हो सकती है। तथा मौसम विभाग ने कहा है कि समुद्र के किनारे पर जाने से लोग बचें। समुद्र में लगभग 4.5 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती है तथा बीएमसी ने भी संबंधित विभागों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं। मुंबई में बारिश का येलो अलर्ट दर्शाता है कि मुंबई में अगले कुछ घंटे में भारी बारिश होगी। मुंबई में मानसून स्थापित हो गया है इसलिए यात्रियों को देरी, ट्रैफिक जाम और निचले इलाकों में जल भराव जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
भारत की राजधानी दिल्ली में मानसून की स्थिति क्या है?
भारत की राजधानी दिल्ली में जून या जुलाई में अक्सर मानसून दस्तक दे देता है परंतु इस बार दिल्ली में मानसून 24 जून तक पहुंचने की संभावना है परंतु दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में झमाझम बारिश हो गई है जिससे दिल्ली में रहने वाले लोगों को गर्मी से काफी राहत मिली है दिल्ली एनसीआर में भी बारिश हो गई है जिससे लोगों को राहत मिली है। दिल्ली प्रशासन मानसून को देखते हुए अपनी तैयारी शुरू कर रहा है। और घनघोर बारिश पड़ने के बाद भी लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसलिए मौसम विभाग लोगों से बता रहा कि इस क्षेत्र में बारिश हो सकती है। इसीलिए पुलिस प्रशासन तैयारी कर रहा है। दिल्ली एनसीआर के कुछ क्षेत्रों में देखा यह जा रहा है कि बारिश कम हो रही है पहले ज्यादा बारिश होती थी लेकिन इस बार बारिश में कमी आ सकती है। अपितु उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में जैसे मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा में बारिश कम दर्ज की गई है। पहले बारिश ज्यादा होती थी इन जिलों में परंतु अब बारिश कम दर्ज की जा रही है बारिश कम हो रही है।तथा इन जिलों में बारिश का अनुपात कम है।
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