मशीन लर्निंग के बारे में जानें कुछ महत्वपूर्ण टिप्स और घर बैठे कमाए 50000 हर महीने, जानें क्या हैं वे महत्वपूर्ण टिप्स।
June 6, 2025 by Kharoud nighi wala
मशीन लर्निंग के बारे में महत्वपूर्ण टिप्स जो जानने बहुत जरूरी हैं।
1. मशीन लर्निंग क्या है। 2. मशीन लर्निंग काम कैसे करती है। 3. मशीन लर्निंग कहां-कहां प्रयोग की जाती है। 4. मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग क्या हैं। 5. मशीन लर्निंग कितने प्रकार की है। 6. मशीन लर्निंग की मुख्य अवधारणाएं क्या हैं। 7. मशीन लर्निंग की शुरुआत भारत में कब हुई। 8. मशीन लर्निंग से हर महीने कितने रुपए घर बैठे कमा सकते हैं । 9. भारत में मशीन लर्निंग का तेजी से प्रचलन क्यों हो रहा है 10. मशीन लर्निंग का रोबोटों से क्या संबंध है। 1. मशीन लर्निंग क्या है।
मशीन लर्निंग एक तकनीक है।जिसके जरिए कंप्यूटर सिस्टम डेटा से पैटर्न सीखता है और भविष्य में उन्ही पैटर्न के आधार पर निर्णय लेता है। इसमें इंसान की तरह सोचने की नहीं बल्कि डेटा से निष्कर्ष निकालने की क्षमता दी गई है। मशीन लर्निंग कंप्यूटर विज्ञान की एक शाखा है, जिसमें कंप्यूटर को डाटा के आधार पर खुद से सीखने और निर्णय लेने की क्षमता दी जाती है। तथा मशीन लर्निंग कंप्यूटर को बिना स्पष्ट रूप से प्रोग्राम किए हुए डेटा से सीखने और सुधारने में सक्षम बनाता है तथा मशीन लर्निंग कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का एक क्षेत्र है।
Read More - 👇👇
उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल व सब इंस्पेक्टर की परीक्षाएं कब होंगी।
जानें कैसे आरसीबी ( रॉयल चैलेंजर बैंगलोर) ने आईपीएल 2025 में ऐतिहासिक जीत हासिल की :
Operation Sindoor Story : ;
2. मशीन लर्निंग काम कैसे करती है।
मशीन लर्निंग के कुछ मुख्य काम निम्न हैं 1. डेटा एकत्र करना - जैसे - तस्वीरें, टेक्स्ट, नंबर आदि।
2 . डेटा को प्रोसेस करना - बेकार जानकारी को हटाना और साफ डेटा तैयार करना।
3. मॉडल बनाना - एल्गोरिथम के जरिए कंप्यूटर को पैटर्न सीखाना।
4. प्रेडिक्शन करना - नए डेटा पर आधारित निर्णय देना।
5. मॉडल को सुधारना - समय-समय पर नए डेटा से सीखकर मॉडल को बेहतर बनाना। मशीन लर्निंग के यह कुछ पहलू है जिससे मशीन लर्निंग अपना कार्य करना प्रारंभ करती है।
3. मशीन लर्निंग कहां - कहां प्रयोग की जाती है।
मशीन लर्निंग का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे
की:
अनुवाद: मशीन लर्निंग का उपयोग विभिन्न भाषाओं में अनुवाद करने के लिए किया जाता है।
कंप्यूटर विजन: मशीन लर्निंग का उपयोग छवियों और वीडियो में पैटर्न की पहचान करने के लिए किया जा सकता है।
भाषण पहचान: मशीन लर्निंग का उपयोग लोगों की आवाज को समझने और रिकॉर्ड करने के लिए किया जा सकता है।
अनुशंसा प्रणाली: मशीन लर्निंग का उपयोग उत्पादों या सेवाओं की सिफारिश करने के लिए किया जा सकता है।
4. मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग क्या हैं।
मशीन लर्निंग के विभिन्न अनुप्रयोग हैं भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में मशीन लर्निंग का इस तरह से प्रचलन हो रहा है। की अब सब कुछ रोबोटों द्वारा किया जा सकेगा । मशीन लर्निंग का उपयोग ज्यादातर रोबोटों में किया जाएगा। और भारत सहित कई देश जैसे भारत, चीन, अमेरिका ,जापान , रूस इत्यादि देशों में मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट बनाए जा रहे हैं।और मशीन लर्निंग को काफी उपयोग किया जा रहा है। मशीन लर्निंग के खास यही अनुप्रयोग और उपयोग हैं। इससे दुनिया के व्यक्तियों की आय दोगुनी और मेहनत कम होगी । और मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग हैं - कंप्यूटर विजन, अनुवाद, भाषण पहचान, अनुशंसा प्रणाली, स्वास्थ्य सेवा इत्यादि।
5. मशीन लर्निंग कितने प्रकार की है।
मुख्यतः मशीन लर्निंग तीन प्रकार की है। जो सबसे ज्यादा समझनी जरूरी है मशीन लर्निंग तीन प्रकार की दी गई है नीचे जैसे,
पर्यवेक्षित सीखना
अपर्यवेक्षित सीखना
सुदृढ़ीकरण सीखना
पर्यवेक्षित सीखना : इसमें मॉडलों को लेबल किए गए डेटा से प्रशिक्षित किया जाता है,जिसमें इनपुट और आउटपुट के बीच संबंध स्पष्ट होता है।
अपर्यवेक्षित सीखना: इसमें मॉडलों को लेवल रहित डेटा से प्रशिक्षित किया जाता है, जिससे उन्हें डेटा में छिपे हुए पैटर्न का पता लगाने में मदद मिलती है।
सुदृढ़ीकरण सीखना : इसमें मॉडलों को प्रतिक्रिया और पुरस्कार के माध्यम से सिखाया जाता है, जिससे वे निर्णय लेने और कार्यों को करने में बेहतर होते जाते हैं।
6. मशीन लर्निंग की मुख्य अवधारणाएं क्या हैं।
मशीन लर्निंग की निम्न मुख्य अवधारणाएं हैं ।
डेटा से सीखना : मशीन लर्निंग डेटा सिस्टम से सिखते हैं, जिससे वे समय के साथ बेहतर प्रदर्शन करते हैं। मशीन लर्निंग की खासियत है कि यह डाटा सिस्टम से सीखते हैं और बात को अच्छा प्रदर्शन करते हैं
पैटर्न की पहचान : मशीन लर्निंग डेटा में छिपे हुए पैटर्न और सहसंबंधों को खोजने में सक्षम हैं। उत्तर में सुबह किसी भी प्रकार के पैटर्न को यह आसानी से ढूंढ लेते हैं यह इनकी बहुत ही ताकतवर क्षमता होती है।
निर्णय लेना और भविष्यवाणी करना : मशीन लर्निंग मॉडल डेटा से सीखकर भविष्य में नए डेटा पर निर्णय लेकर कार्य करते हैं।
7. मशीन लर्निंग की शुरुआत भारत में कब हुई?
भारत में मशीन लर्निंग के बारे में हमें जो जानकारी प्राप्त हुई है वह जानकारी हम आप तक पहुंचा रहे हैं भारत में मशीन लर्निंग सर्वप्रथम MeitY संस्था ने 1986 में UNDP के सहयोग से ज्ञान - आधारित कंप्यूटर सिस्टम परियोजना से प्रारंभ करवाई थी। जिसके तहत शैक्षणिक संस्थानों/अनुसंधान एवं विकास केंद्रो में आवश्यक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया। बताया जाता है कि तभी से भारत में मशीन लर्निंग का स्कोप बढ़ने लगा। और पूरे भारत में मशीन लर्निंग का उपयोग किया जाने लगा।
8. मशीन लर्निंग से हर महीने कितने रुपए घर बैठे कमा सकते हैं ।
मशीन लर्निंग से हर महीने घर बैठे कमाई करना बिल्कुल संभव है जैसा कि ऊपर बताया गया है।कि मशीन लर्निंग क्या है, मशीन लर्निंग कैसे काम करती है, मशीन लर्निंग के उपयोग क्या हैं ,मशीन लर्निंग के अनुप्रयोग क्या है, मशीन लर्निंग कैसे कार्य करती है, मशीन लर्निंग कैसे डाटा मैनेज करती है, और यदि ऊपर दी गई सभी बातों को आपने ध्यान से पढ़ा है तो अवश्य ही आप इस ज्ञान को प्राप्त करने के बाद किसी कंपनी में अप्लाई कर सकते हैं। और मशीन लर्निंग पर घर से ही काम करके पैसे कमा सकते हैं। मशीन लर्निंग के संबंध में यह जानकारी काफी अहम है इस जानकारी को आप पढ़ने के बाद अवश्य ही मशीन लर्निंग के बारे में बहुत कुछ जान जाएंगे। और आप वर्क फ्रॉम होम जैसी सुविधाओं से नौकरी कर सकते हैं।
9. भारत में मशीन लर्निंग का तेजी से प्रचलन क्यों हो रहा है।
भारत में मशीन लर्निंग का तेजी से प्रचलन होने के कई बड़े कारण हैं भारत में करोड़ों लोग इंटरनेट और स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हैं इससे हर सेकंड ढेर सारा डाटा बन रहा है: खरीदारी, सोशल मीडिया, बैंकिंग, हेल्थ, ट्रैफिक आदि। मशीन लर्निंग इन डेटा से अनुमान और फैसले
लेने में मदद करती है। भारत सरकार डिजिटल इंडिया, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित योजनाएं ला रही है।
रेलवे, स्वास्थ्य ,कृषि, रक्षा में इसका इस्तेमाल बढ़ाया जा रहा है। भारतीय रेलवे ट्रेनों की टाइमिंग मशीन लर्निंग से प्रेडिक्ट कर रहा है। सरकार डिजिटल इंडिया ,मेक इन इंडिया स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं के जरिए तकनीक को बढ़ावा दे रही है।
इससे जुड़े स्टार्टअप और रिसर्च को तेजी मिल रही है। यह सभी
भविष्य की तकनीकें हैं। जो देश पहले इसे अपनाते हैं, उन्हें भविष्य में ज्यादा लाभ होगा। भारत इस रेस में पीछे नहीं रहना चाहता। अब हिंदी व अन्य भाषाओं में भी Machine Learning के ऑनलाइन कोर्स YouTube विडियो, NPTEL, Udemy पर उपलब्ध हैं। इससे गांवों और बड़े शहरों तक लोग इस तकनीक को सीख रहे हैं। इसलिए मशीन लर्निंग का प्रचलन इतनी तेजी से किया जा रहा है।
10. मशीन लर्निंग का रोबोटों से क्या संबंध है।
मशीन लर्निंग शब्द से ही प्रतीत होता है कि मशीन के बारे में ज्ञान अर्जित करना मशीन लर्निंग कहलाता है। मशीन लर्निंग और रोबोट का कार्यक्षेत्र अलग-अलग है।परंतु मशीन लर्निंग का उपयोग रोबोटों में किया जाता है। यही संबंध स्पष्ट किया गया है। मशीन लर्निंग (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के द्वारा रोबोट चलाए जा रहे हैं और रोबोट्स रेस्टोरेंट्स में वेटर का कार्य कर रहे हैं। भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देश इस तकनीक को उपयोग कर रहे हैं। और भारत में भी तेजी से मशीन लर्निंग का उपयोग रोबोटों के द्वारा किया जा रहा है। और मशीन लर्निंग और रोबोट के बीच महत्वपूर्ण संबंध यह है कि मशीन लर्निंग रोबोट्स को स्मार्ट और स्वायत्त (आत्मनिर्भर) बनाने में मदद करती है उदाहरण के तौर पर, जो रोबोट मशीन लर्निंग का उपयोग करता है, वह अपने पर्यावरण से सीख सकता है और समय के साथ अपने कार्यों में सुधार कर सकता है।
जैसे, कोई रोबोट किसी फैक्टरी में सामानों को इकट्ठा कर रहा है, तो मशीन लर्निंग की मदद से वह यह सीख सकता है कि सबसे प्रभावी तरीके से सामान कैसे इकट्ठा किया जाए।
इस तरह, मशीन लर्निंग रोबोट्स को अधिक कुशल, स्वतंत्र और स्मार्ट बनाने में मदद करती है।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें